The Great Khali Meet Premanand Maharaj : वृंदावन के संत Premanand Ji Maharaj से मिलने पहुंचे WWE Superstar the great khali, मिला ये ज्ञान

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The Great Khali Meet Premanand Maharaj : वृंदावन के संत Premanand Ji Maharaj से मिलने पहुंचे WWE Superstar the great khali, मिला ये ज्ञान

The Great Khali Meet Premanand Maharaj : आपका हमारे नए आर्टिकल मै स्वागत है | आज हम बात करने वाले है दलीप सिंह राणा की जिनको आप सभी The Great Khali के नाम से भी जानते हो और वो भारतीय सेवानिवृत्त पेशेवर पहलवान और कुश्ती प्रमोटर हैं जिन्हें उनके रिंग नाम द ग्रेट खली के नाम से जाना जाता है। उन्हें WWE में उनके कार्यकाल के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता है जहां वह इतिहास में पहले भारतीय मूल के विश्व हैवीवेट चैंपियन बने।हाल ही में खली ने वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की जहां उन्होंने महाराज जी के प्रवचन को सुना. और उनकी तस्वीरें खूब वायरल हुई |खली ने महाराज जी से उनके सात प्रश्नों के उत्तर बताने का भी अनुरोध किया। आइए जानते हैं खली ने महाराज जी से कौन से 7 सवाल पूछे।

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सात सवाल जो The Great Khali ने Premanand Ji Maharaj से पूछे

पहला सवाल

खली का पहला सवाल था | गाँव में सत्संग के दौरान बाबाओं का आचरण देखने के बाद मेरी सुनने में मेरी रुचि कम हो गयी है ;इसके जवाब में महाराज जी ने खली को सलाह दी कि वह मिठाइयों पर ध्यान दें, बनाने वाले पर नहीं.

दूसरा सवाल

खली ने अपने दूसरे सवाल मै भूतों और भगवान दोनों को देखने की इच्छा व्यक्त की, दोनों के लिए अपनी खोज बताते हुए, उनकी उपस्थिति को महसूस करने की लालसा व्यक्त की; इसका महाराज ने जवाब दिया, पुष्टि करते हुए कि मानव शरीर में पांच तत्व शामिल हैं और इन भूतों से मुक्ति से भगवान का अवतार होता है, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ध्यान भगवान को प्राप्त करने का मार्ग है।

तीसरा सवाल

अपने तीसरे सवाल मै खली ने पूछा कि अगर भगवान हमारे भीतर रहते हैं, तो उन्होंने मंदिर के दौरे की आवश्यकता पर सवाल उठाया; इसके जवाब मै महाराज जी ने समझाया कि जबकि ईश्वर हमारे भीतर है, उसे खोजने के लिए मंदिरों और संतों के मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है, इसकी तुलना बचपन से जन्मजात क्षमताओं के बावजूद किसी गुरु से शिक्षा प्राप्त करने से की जाती है।

चौथा सवाल

अपने चौथे सवाल मै खली ने कहा कि मैं भगवान की तलाश में हूं. मैं उन्हें कैसे ढूंढूं क्या उपाय करके मै उन्हें ढूंढूं सकता हु ? जिस पर महाराज जी ने कहा, सबसे पहला कदम नाम जपना है। किस भगवान का नाम आपका पसंदीदा है? जिस पर खली ने कहा, मैं राधा-राधा नाम का जाप करूंगा.’

पाँचवाँ सवाल

अपने पाँचवाँ सवाल मै खली ने भोलेनाथ, प्रभु राम, श्री कृष्ण और राधा-राधा जैसे नामों की समानता के बारे में पूछा ।तो इसका उत्तर देते हुए महाराज जी ने समझाया कि प्रेम से ओत-प्रोत नाम ही महत्व रखते हैं। हलाकि तुलना करते हुए, उन्होंने इसकी तुलना दूध से की, इस बात पर जोर देते हुए कि भगवान एक है, विभिन्न नाम उससे बनी विभिन्न मिठाइयों की तरह हैं, प्रत्येक व्यक्ति की अपनी पसंदीदा पसंद होती है।

छठा सवाल

खली ने महाराज जी से छठा सवाल यह पूछा कि मैं किसी का दिल नहीं दुखाता, फिर भी दूसरे लोग मेरी मासूमियत का फायदा उठाते हैं और मैं अपने गुस्से पर काबू नहीं रख पाता. महाराज जी ने उत्तर दिया कि यह आपका सौभाग्य है कि दूसरे आपका फायदा उठा रहे हैं।

सातवाँ सवाल

खली ने सातवां सवाल पूछा: महाराज जी, माला जपना जरूरी है क्या या काम पूरा करना? जिस पर महाराज जी ने उत्तर दिया कि नाम सुमिरन के बिना कोई भी सत्कर्म टिक नहीं सकता। खली ने आगे कहा कि हम सात भाई थे और बहुत गरीब थे। मैं एक कार्यकर्ता के रूप में काम करता था. पत्थर तोड़ते थे, कभी सपने में भी न सोचा था कि इतना कुछ मिलेगा।

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